Monday, December 25, 2023

व्यक्तिगत निर्णय

 "व्यक्तिगत निर्णय चाहे जितने बड़े-छोटे, महत्वपूर्ण या साधारण हों, यदि वे सामाजिक हस्तक्षेप से बचे रहें और शुद्ध रूप से अपने विवेक से लिये जाएं, तो समय के साथ वे निर्णय सही सिद्ध होते हैं.. निर्णय लेने में कोई भी भय, स्वार्थ या चतुराई का प्रभाव हो तो इसका प्रारम्भ चाहे जितना सही प्रतीत हो रहा हो, यह कभी भी सही दिशा में सही लक्ष्य तक नहीं ले जाता.. आलोचना के भय से अपने विवेक को परे रखकर समाज के अनुसार लिए गए निर्णय इसी प्रकार के होते हैं.."

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