Saturday, February 18, 2012

प्रसन्नता का कारण

शाम किसी मित्र से मिलना हुआ है। थोड़ी बातचीत के बाद उन्होंने मुझसे मेरी प्रसन्नता का कारण पूछा है...
प्रसन्नता का क्या कारण हो सकता है..? प्रसन्नता तो हमारा स्वभाव है। अभी और यहां हमेशा प्रसन्नता है, लेकिन हम कभी वर्तमान में नहीं होते, हम हमेशा भूत और भविष्य के बीच डोलते रहते हैं, और वर्तमान को खोते रहते हैं।
यही उस मित्र से भी कहा है...

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